- ट्रंप ने कहा तेल प्लांटों पर हमले का जवाब देने लिए हम तैयार हैं
- तेल प्लांटों पर हमले की जिम्मेदारी यमन में ईरान समर्थित विद्रोही संगठन हूथी ने ली थी
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटारेस ने सभी पक्षों से तनाव रोकने की अपील की
अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, ‘सऊदी अरब में तेल प्लांटों पर हमला हुआ। हमारे पास यह मानने का वाजिब कारण है कि हम अपराधी को जानते हैं। यदि इसकी पुष्टि हो जाती है तो हम तैयार हैं, लेकिन हम इसके बारे में सऊदी से जानना चाहते हैं कि इस हमले का क्या कारण है।’
बता दें कि तेल प्लांटों पर हमले की जिम्मेदारी यमन में ईरान समर्थित विद्रोही संगठन हूथी ने ली थी। हूथी के एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा था कि सऊदी पर भविष्य में ऐसे और हमले हो सकते हैं।
हालांकि, अमेरिका के विदेशी मंत्री माइक पोम्पियो ने हमलों के लिए सीधे तौर पर ईरान को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जिससे यह साबित हो कि हमला यमन से किया गया। पोम्पियो के आरोपों को निराधार बताते हुए ईरानी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अमेरिका इस्लामिक गणराज्य के खिलाफ कार्रवाई के लिए बहाना ढूंढ रहा है। एक शीर्ष ईरानी कमांडर ने यहां तक कह दिया कि हम अमेरिका से पूर्ण युद्ध के लिए तैयार हैं और हमारी मिसाइलों की जद में वाशिंगटन के सैन्य अड्डे और युद्धक पोत हैं।